ज़ंजीर से बंधे हाथ लिए, एक परवाना बड़ी दूर से चला आ रहा था, समय की कसौटी पर बाज़ी लगा, … More
Month: September 2019
संवाद टूटते तारे से
सांझ जब ढलने लगी, सिरहाने पर रात ने दस्तक दी, आसमान के नीचे, तारों की चादर ओढ़े, मैं पाँव पसारे … More
ये वक़्त भी गुजर जाएगा
आज ट्रैन से सफर कर रही हूं।घर जाना है।माँ बब्बा की तबीयत कुछ नासाज है।मुझे गति के विपरीत दिशा वाली … More
My First International Trip
It was in 2012 when I got my first opportunity to visit a new country. I was supposed to go … More